उत्तरप्रदेश के कानपुर शहर में एक ऐसा कैंसर संस्थान है, जो कैंसर जैसी खतरनाक और महंगी बीमारी का इलाज बेहद सस्ते दर पर उपलब्ध कराता है। यह संस्थान है – राजकीय जे.के कैंसर संस्थान, जहां कैंसर से जुड़ी जांच, इलाज, कीमोथेरेपी और दवाएं भी मात्र एक रुपये में मिलती हैं। यह एक बड़ी राहत है, खासकर उन लोगों के लिए जो निजी अस्पतालों में महंगे इलाज का खर्च उठाने में असमर्थ होते हैं। इस संस्थान में न केवल इलाज सस्ता है बल्कि रोगियों को उच्च गुणवत्ता की चिकित्सा भी दी जाती है।
1 रुपये में कैंसर का इलाज – एक अनोखा कदम
कानपुर का राजकीय जे.के कैंसर संस्थान राज्य सरकार द्वारा संचालित किया जाता है और यहां कैंसर के मरीजों को समग्र इलाज बेहद सस्ती कीमतों पर मिल रहा है। जहां प्राइवेट अस्पतालों में कैंसर का इलाज करवाने के लिए लोगों को लाखों रुपये खर्च करने पड़ते हैं। वहीं इस संस्थान में कैंसर के इलाज की लागत बहुत कम है, जिससे गरीब और मिडल क्लास परिवारों के लिए इलाज कराना आसान हो गया है।
यह संस्थान न केवल कानपुर, बल्कि आसपास के 10-15 जिलों के लोगों के लिए एक वरदान साबित हो रहा है। लोग यहां जांच करवाने, कीमोथेरेपी लेने और अन्य जरूरी उपचार लेने के लिए बड़ी संख्या में आते हैं। यहां पर कैंसर का इलाज किसी भी व्यक्ति के लिए सुलभ और किफायती बना दिया गया है।
1 रुपये में जांच और इलाज
संस्थान में आने वाले मरीजों को ओपीडी (आउट पेशेंट डिपार्टमेंट) में एक रुपये का पर्चा बनवाना पड़ता है। इसी पर्चे के माध्यम से मरीज को पूरी तरह से इलाज की सुविधा मिलती है। अगर मरीज को भर्ती करने की जरूरत पड़ती है तो उससे केवल 31 रुपये की फाइल चार्ज लिया जाता है। इस मामूली फीस के बाद मरीज को अस्पताल में भर्ती कर लिया जाता है और उसे इलाज की सारी सुविधाएं दी जाती हैं।
संस्थान में मरीजों को पूरी तरह से निशुल्क दवाएं मिलती हैं और अगर मरीज को कीमोथेरेपी की आवश्यकता होती है तो वह भी मुफ्त दी जाती है। इस तरह से संस्थान उन लोगों के लिए एक बड़ी उम्मीद बन कर उभरा है जो आर्थिक कारणों से महंगे इलाज का खर्च नहीं उठा सकते थे।
इलाज की गुणवत्ता
राजकीय जे.के कैंसर संस्थान की गुणवत्ता पर किसी भी प्रकार का समझौता नहीं किया गया है। इस संस्थान के निदेशक, डॉ. एस.एन. प्रसाद, ने बातचीत करते हुए बताया कि यह संस्थान उत्तरप्रदेश के सबसे अच्छे कैंसर संस्थानों में से एक है। यहां न केवल मरीजों को अच्छे इलाज की सुविधा मिलती है बल्कि कैंसर से संबंधित सभी प्रकार की सुविधाएं दी जाती हैं।
डॉ. प्रसाद के अनुसार, “हमारा उद्देश्य सिर्फ इलाज नहीं, बल्कि हर मरीज को आराम और मानसिक शांति देना भी है”। संस्थान में हर साल 50,000 से अधिक लोग ओपीडी में परामर्श लेते हैं। इनमें से 6,000 कैंसर के मरीज हर साल सामने आते हैं और इनमें से करीब 15,000 मरीजों का इलाज इस संस्थान में किया जाता है। इस प्रकार यह संस्थान पूरे प्रदेश के कैंसर उपचार का महत्वपूर्ण केंद्र बन चुका है।
गरीब मरीजों के लिए खास ध्यान
संस्थान का सबसे बड़ा फायदा यह है कि यहां पर आर्थिक रूप से कमजोर मरीजों से भी इलाज के नाम पर कोई भारी रकम नहीं ली जाती। अगर मरीज बहुत गरीब है और इलाज के लिए पैसे नहीं हैं तो संस्थान उनकी पूरी मदद करता है। गरीब मरीजों से 31 रुपये का भी शुल्क नहीं लिया जाता और उन्हें पूरी तरह से निशुल्क इलाज और दवाइयां मिलती हैं। ईस पहल से सरकार यह सुनिश्चित करना चाहती है कि किसी भी व्यक्ति को इलाज के अभाव में अपनी जान न गंवानी पड़े, चाहे वह कितना भी गरीब क्यों न हो।
कैंसर के इलाज का हर पहलू
राजकीय जे.के कैंसर संस्थान में कैंसर का हर प्रकार का इलाज किया जाता है जिसमें कीमोथेरेपी, रेडियेशन थैरेपी और सर्जरी जैसी सुविधाएं शामिल हैं। इसके अलावा मरीजों को मानसिक और शारीरिक उपचार के लिए भी यहां पर विशेष ध्यान दिया जाता है। यहां पर कैंसर से जूझ रहे मरीजों को न केवल शारीरिक उपचार मिलता है बल्कि उनके मानसिक तनाव को भी कम करने के लिए काउंसलिंग की जाती है।
संस्थान में अत्याधुनिक कीमोथेरेपी सुविधा उपलब्ध है जो किसी भी मरीज के इलाज का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। कीमोथेरेपी एक लंबी प्रक्रिया होती है जिसे मरीजों को नियमित रूप से लिया होता है और संस्थान इसे पूरी तरह से निशुल्क प्रदान करता है।
मरीजों के लिए सुविधाएं
संस्थान में कैंसर के मरीजों के लिए कई प्रकार की सुविधाएं प्रदान की जाती हैं। इनमें विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम, अत्याधुनिक उपकरण और स्वास्थ्य जांच की सुविधाएं शामिल हैं। इसके अलावा मरीजों को सीनियर डॉक्टरों द्वारा समय-समय पर परामर्श और उपचार भी मिलता है।
संस्थान के निदेशक ने यह भी बताया कि यह संस्थान केवल इलाज ही नहीं करता बल्कि मरीजों को मानसिक रूप से भी तैयार करता है ताकि वे कैंसर से जूझ सकें। यहां पर मरीजों को एक प्रकार की सकारात्मक मानसिकता दी जाती है, जो उनकी इलाज प्रक्रिया को बेहतर बनाती है।
संस्थान की सफलता और इसका प्रभाव
राजकीय जे.के कैंसर संस्थान की सफलता न केवल कानपुर बल्कि उत्तरप्रदेश के अन्य जिलों में भी दिख रही है। इस संस्थान के माध्यम से हजारों लोगों की जिंदगी बचाई जा रही है और वे कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से उबर रहे हैं।
संस्थान के इलाज की किफायती दर और उच्च गुणवत्ता को देखकर अब अन्य राज्य सरकारें भी इस प्रकार की योजनाओं की ओर रुझान दिखा रही हैं। यह पहल साबित करती है कि अगर सरकार सही दिशा में काम करे तो स्वास्थ्य सुविधाओं को आम लोगों तक पहुंचाना संभव है।
कानपुर का राजकीय जे.के कैंसर संस्थान एक आदर्श उदाहरण है कि किस प्रकार सरकारी संस्थान गरीबों को अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधा और इलाज प्रदान कर सकते हैं। यहां कैंसर के मरीजों को न केवल सस्ती कीमत पर इलाज मिलता है बल्कि उन्हें मुफ्त दवाएं, कीमोथेरेपी, और स्वास्थ्य परामर्श जैसी सुविधाएं भी मिलती हैं। यह पहल निश्चित रूप से प्रदेश के नागरिकों के लिए एक बड़ी राहत है और कैंसर के इलाज की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।